नई दिल्ली:
WAQF संशोधन विधेयक को बुधवार को लोकसभा में चर्चा और पास करने के लिए पेश किया जाएगा। आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद ने भी इस मुद्दे पर जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि हम इसका दृढ़ता से विरोध करेंगे, यह एक गैर -संवैधानिक बिल है। यदि इसमें कुछ दोष है, तो इस पर चर्चा करें, पूरे कानून को बदलने का क्या मतलब है। यह सार्वजनिक भावना के खिलाफ है। 5 करोड़ से अधिक लोगों ने इसका विरोध किया है। आप कुछ लोगों से बात करके इतने बड़े समुदाय का फैसला नहीं कर सकते।
आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने किसानों के समान कहा था और उसके बाद वे 13 महीने तक धरन पर बैठे थे।
उन्होंने कहा कि जिस समुदाय के लिए यह बिल लाया जा रहा है, उसी समुदाय का विरोध कर रहा है, सरकार क्या कहेगी। यह बिल मुसलमानों के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि जेपीसी ने विपक्ष के सुझावों को स्वीकार नहीं किया। समय तय करेगा, जिसका विवेक उठता है, कौन जानता है कि कौन जानता है, कल का निर्णय छोड़ देता है।
उन्होंने कहा कि हम जमीन का ठीक से उपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं, न कि भूमि। कांग्रेस और एसपी के प्रभावशाली लोगों ने वक्फ की भूमि पर कब्जा कर लिया है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा है, ‘सबा साठ, सबा विकास’, जहां किसी भी धर्म का मामला आता है। चाहे वह आयुष्मान कार्ड या अन्य सरकारी योजनाओं की बात हो, यह किसी भी जाति के धर्म के आधार पर नहीं है। ये लोग सबसे अधिक योजनाओं का लाभ उठाते हैं। भाजपा एंटी -मस्लिम नहीं है।