ज्ञानवापी के भगवान विश्वेश्वर के मामले की सुनवाई सोमवार को सिविल जज (सीनियर डिवीजन/फास्ट ट्रैक) भवना भारती की अदालत में की गई थी। पीठासीन अधिकारी के छुट्टी पर होने के कारण मामला नहीं सुना जा सकता था। अब 12 मई को मामला सुना जाएगा।
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हरिहर पांडे की मृत्यु के बाद, इस मामले में मुकदमे के मुकदमेबाज, उनकी बेटियों मणिकुन्टला तिवारी, नीलिमा मिश्रा और रेनू पांडे की ओर से पार्टियां बनाने के लिए आवेदन लंबित है। इस सूट में एक आवेदन भी अनुष्का तिवारी द्वारा दायर किया गया है।
यह कहा गया है कि भगवान विश्वेश्वर के मित्र विजय शंकर रस्तोगी को हटा दिया जाना चाहिए। इस मामले के मूल मुकदमों की मृत्यु हो गई है। विजय शंकर रस्तोगी ने स्थानांतरण आवेदन का विरोध करके देवता के कई भक्तों की भावनाओं को चोट पहुंचाई है। मामले में उपयुक्त आवश्यक पहलुओं को पार्टियां नहीं बनी हैं।