नई दिल्ली:
पश्चिम बंगाल में राम नवमी के लिए सख्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। राज्य के 10 सबसे संवेदनशील जिलों में, पुलिस प्रशासन ने विशेष निगरानी में वृद्धि की है, जहां आईजी और डिग रैंक के 29 आईपीएस अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। पुलिस ने रामनावामी के अवसर पर रैलियों को शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करने के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस बार कोलकाता में 65 रैलियां आयोजित होने जा रही हैं। इन रैलियों की रक्षा के लिए लगभग 14 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। राज्य भर में शांति बनाए रखने के लिए, सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियों को 9 अप्रैल तक रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा, रैली मार्गों से ईंट-पत्थर जैसे संभावित खतरों को हटाने का काम भी पूरा हो गया है। पुलिस का कहना है कि वे किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
पश्चिम बंगाल में राम नवमी के दौरान, पिछले कुछ वर्षों से तनाव की स्थिति देखी गई है। विशेष रूप से 2017 के बाद से, राज्य के कई क्षेत्रों में इस त्योहार के दौरान हिंसा और अशांति की घटनाएं सामने आई हैं। पिछले तीन वर्षों में, इस त्योहार पर राजनीति का प्रभाव बढ़ गया है, जिसके कारण रैलियों की संख्या में भी भारी वृद्धि हुई है। इस बार, स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए, पुलिस ने ड्रोन, सीसीटीवी कैमरा और बॉडीकैम जैसे आधुनिक उपकरणों का सहारा लिया है। सोशल मीडिया पर भी एक करीबी घड़ी की जा रही है ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
कोलकाता के अलावा, हावड़ा शहर, बैरकपोर, चंदनागर, मालदा, इस्लामपुर, आसंसोल-दुर्गापुर, सिलीगुरी, हावड़ा ग्रामीण, मुर्शिदाबाद और कूच बेहर जैसे क्षेत्रों में भी मजबूत सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इन क्षेत्रों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की एक टीम को तैनात किया गया है, जिसमें छह पुलिस आयुक्त और चार जिला पुलिस क्षेत्र शामिल हैं। इन सभी क्षेत्रों में, पिछले कुछ वर्षों से राम नवमी के दौरान अशांति की खबरें आई हैं। इस बार पुलिस ने फैसला किया है कि कानून और व्यवस्था को किसी भी कीमत पर भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
रामनवामी रैलियां सुबह 10 बजे से शुरू होंगी और दिन भर चलेगी। पुलिस ने रैली मार्गों पर विशेष निगरानी की व्यवस्था की है। ड्रोन से हवाई निगरानी के साथ -साथ सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा, पुलिसकर्मियों में भी बॉडीकैम होते हैं, ताकि हर गतिविधि दर्ज की जा सके। पुलिस का कहना है कि ये उपाय न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे, बल्कि किसी भी घटना के बाद त्वरित कार्रवाई की जा सकती है।
। राम नवमी इतिहास (टी) राम नवमी 2025 तारीख
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