भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा जारी वीडियो पर प्रतिक्रिया करते हुए, अखिल भारतीय मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष, मौलाना शहाबुद्दीन राजवी बरेलवी ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी यूसीसी मुसलमानों को स्वीकृत नहीं किया गया है। मौलाना ने कहा कि अगर यूसीसी कानून बनाया जाता है तो यह बेहतर होगा और इसमें शरिया की वसूली की जाती है।
ट्रेंडिंग वीडियो
मौलाना ने कहा कि यूसीसी शरिया में मुदखक (हस्तक्षेप) है। इस कानून के कार्यान्वयन पर, सभी धर्मों के अनुयायियों को चोट लगी होगी। भारत एक लोकतांत्रिक देश है और इसे चलाने के लिए सबसे अच्छा संविधान है। एक कानून उन लोगों पर लागू नहीं किया जा सकता है जो सभी धर्मों में विश्वास करते हैं।
मौलाना ने आगे कहा कि ऐसा एक समान नागरिक संहिता कानून जिसमें शरिया की वसूली को रखा जाता है, ताकि अगर सभी धर्मों के लोगों की दिनचर्या को खर्च करने में कोई समस्या न हो, तो हर व्यक्ति इस तरह के कानून पर विचार करेगा।