इस्राइली वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने ईरान के नतांज इलाके में मौजूद उसके सबसे बड़े यूरेनियम फैसिलिटी सेंटर पर रात के समय हमला किया है। इस हमले में सेंटर के उस हिस्से पर भी असर पड़ा जो जमीन के नीचे बना हुआ था। जानकारी के मुताबिक यहां यूरेनियम शुद्ध करने वाली मशीनें (सेंट्रीफ्यूज), बिजली से जुड़े कमरे और बाकी जरूरी तकनीकी ढांचा था।
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क्या है नतांज प्लांट?
नतांज ईरान का सबसे बड़ा यूरेनियम संवर्धन केंद्र है। यहां यूरेनियम को उच्च स्तर तक संवर्धित किया जाता है, जिससे इसे सैन्य इस्तेमाल यानी परमाणु हथियार बनाने लायक बनाया जा सकता है।
इस्राइल ने कैसे किया हमला?
इस्राइली वायुसेना ने रात के समय यह हमला किया। इसमें प्लांट के भूमिगत हिस्से को निशाना बनाया गया, जहां कई मंजिलों वाली एक बड़ी संवर्धन हॉल है। सेंट्रीफ्यूज मशीनें लगी हैं जो यूरेनियम को संवर्धित करती हैं। वहीं बिजली की आपूर्ति और तकनीकी नियंत्रण वाले कमरे हैं और प्लांट को चलाए रखने वाला अन्य अहम ढांचा भी है।
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इस्राइल ने क्यों किया हमला?
इस्राइल का कहना है कि यह हमला ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए किया गया है। इस्राइल का यह भी दावा है कि, ‘ईरान लगातार गुपचुप तरीके से परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है।’ इस्राइल ने यह साफ किया है कि वह भविष्य में भी ऐसे ऑपरेशन जारी रखेगा, ताकि ईरान को परमाणु हथियार न मिल सकें। वहीं नतांज पर हुआ यह हमला ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि ईरान की ओर से अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि या प्रतिक्रिया नहीं आई है।