भले ही चीन प्रौद्योगिकी में आगे है, लेकिन युद्ध नैतिक नेतृत्व, सही रणनीति और प्रशिक्षण द्वारा जीता जाता है। आज के समय में, चीन डिपिकिक, छह जी फाइटर प्लेन, साइबर एआई युद्ध सहित कई अन्य तकनीकों में काफी उन्नत हो गया है। हालांकि, उसकी सेना में फैला हुआ भ्रष्टाचार किसी से छिपा नहीं है। इन बातों को सीडीएस जनरल अनिल चौहान द्वारा कहा गया था, जो कि आईआईटी कानपुर के टेकक्रिटी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे।
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फोर -डे फेस्ट Techkriti का विषय सुरक्षात्मक है। इसमें सीडीएस जनरल ने कहा कि युद्ध के लिए हर दिन खुद को मजबूत किया जा रहा है। मानव रहित हथियार, ड्रोन प्रौद्योगिकी की मदद से तैयार हो रहे हैं। पहले युद्ध मनुष्यों और मनुष्यों के बीच था, अब वे मनुष्यों और मशीनों के बीच हो रहे हैं। आने वाले समय में, मशीन और मशीन के बीच युद्ध होगा। अब युद्ध का क्षेत्र भी बढ़ गया है। इससे पहले, एक क्षेत्र आमने -सामने हुआ करता था, लेकिन अब एक देश बैठा है और दूसरे देश पर हमला कर रहा है। इसे हाथ बल को भी समझना है। उन्होंने कहा कि युद्ध की तैयारी से पहले, मूल्यांकन और जागरूकता दोनों आवश्यक हैं। तीनों सेनाओं के बीच सामंजस्य स्थापित करना भी आवश्यक है।