सब कुछ समर्पण और कड़ी मेहनत के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। यदि आप लक्ष्यों को निर्धारित करके पूर्ण जुनून के साथ कड़ी मेहनत करते हैं, तो सफलता निश्चित रूप से प्राप्त की जाती है। यह शहर के आवास विकास कॉलोनी के निवासी मस्कन श्रीवास्तव द्वारा दिखाया गया है। मस्कन ने बिना किसी कोचिंग के घर पर तैयारी करके यूपीएससी परीक्षा में 36 वीं रैंक हासिल की है। वह एक IAS बन गई है। मस्कन की सफलता को बधाई देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
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मस्कन के पिता डॉ। सुधीर कुमार श्रीवास्तव को अयोध्या में पशुपालन विभाग में संयुक्त निदेशक के रूप में तैनात किया गया है। जबकि माता कांचन श्रीवास्तव एक गृहिणी हैं। छोटी बहन कोपाल श्रीवास्तव पशु चिकित्सा का अध्ययन कर रही हैं। मस्कन के बड़े पिता और डाक विभाग के सेवानिवृत्त पर्यवेक्षक अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मस्कन बचपन से ही पढ़ाई में तेजी से थे।
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शहर में सिर्कुलर रोड पर फातिमा स्कूल से की। इसके बाद IIT ने जबलपुर से B.Tech किया। फिर उन्होंने सिविल सेवा में जाने का फैसला किया। वह वर्ष 2023 में एक IPS बन गई। हालांकि, मुस्कान का लक्ष्य IAS बनना था। जिन तैयारी के लिए वे जारी रहे।
प्रशिक्षण के दौरान छुट्टी लेने के बाद वह लौट आई। वह बिना कोचिंग के तैयारी करती रही। वह प्रति दिन 10 से 12 घंटे का अध्ययन करके हर दिन यूपीएससी परीक्षा पास करके एक आईएएस बन गई है। मुस्कुराहट दो बहनों में सबसे बड़ी है। मस्कन के बाबा छोटलाल श्रीवास्तव जिला विकास अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए।