ग्वालियर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में छात्रों और संकाय को संबोधित करते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारतीयता हमारी पहचान है और राष्ट्रीय धर्म के ऊपर कोई धर्म नहीं हो सकता है। धंखर ने कहा कि राजमाता का जीवन प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने अपना पूरा जीवन त्याग और समर्पण के साथ जीया। आज भारत को पहलगाम की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन आज हमारे पास एक मजबूत भारत है, जिसका एक सक्षम नेतृत्व है। गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम, जम्मू और कश्मीर में एक आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे। इस घटना के बाद, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।

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विजयाराजे सिंधिया हमेशा राष्ट्रवाद के लिए दृढ़ता से खड़े होकर

उपराष्ट्रपति ने कहा कि राजमाता का संदेश था कि राष्ट्रवाद सर्वोपरि है। हम भारतीय हैं और भारतीयता हमारी वास्तविक पहचान है। राष्ट्रवाद से बड़ा कोई धर्म नहीं है। धंखर ने छात्रों से हमेशा देश को प्राथमिकता देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कुछ भी राष्ट्रीय हित से अधिक नहीं है। हमेशा देश को शीर्ष पर रखें। उन्होंने यह भी कहा कि राजमत विजयाराजे सिंधिया हमेशा राष्ट्रवाद के लिए मजबूती से खड़ी रहती थी और अपना पूरा जीवन देश सेवा के लिए समर्पित करता था।

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कृषि और किसानों की भूमिका पर जोर

उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसानों की भूमिका भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का मार्ग हमारे क्षेत्रों से होकर गुजरता है। भारत हमेशा एक कृषि देश रहा है और आज हम एक नई कृषि क्रांति के मुहाने पर खड़े हैं जो हमारे भविष्य का फैसला करेगा। धनखार ने किसानों के दुःख और दर्द को समझने और उनके प्रति संवेदनशील होने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपने किसानों को न केवल उत्पादकों को नहीं बनाना है, बल्कि ‘एग्रीपेरन्योर’ यानी कृषि उद्यमियों को बनाना है।

उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नारे ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे को याद दिलाया, जिसे बाद में अटल बिहारी वाजपेयी ने ‘जय विजयान’ के साथ जोड़ा और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ‘जय जावन, जय किसान, जय विजियन, जय विजियन, जय विजियन, जय विजियन, जय विजियन, जय विजान, जय विजान, जय विगणों, जय विजान, जय विजान, जय काजान, जय विगणों, जयजन, जय काजान, जय विगणों, जय विगणों, को बढ़ा दिए। उपराष्ट्रपति ने छात्रों और शोधकर्ताओं से इस दृष्टि को महसूस करने के लिए नवाचार, विज्ञान और अनुसंधान के माध्यम से एक सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। उन्होंने कहा कि आप सभी को आगे बढ़ना चाहिए और इस दिशा में काम करना चाहिए ताकि यह नारा जमीन पर सच हो सके।

शिवराज सिंह चौहान ने सराहना की

धंखर ने केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सराहना की और कहा कि उन्हें किसानों की समस्याओं की गहरी समझ है और उन्होंने किसानों के साथ एक सीधा संचार स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि किसान सरकार के ईमानदार प्रयासों को पहचान रहे हैं। पहले कभी नहीं हुआ, अब किसानों के हित में हो रहा है।





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