कभी -कभी हत्स, उसमें भी, सासनी के चंपा बाग का आम देश और विदेश में पहचान थी। लेकिन ये उद्यान पिछले एक दशक के दौरान समाप्त हो गए हैं। आज स्थिति यह है कि हाथ्रास में, जो दूसरों को आम खिलाते हैं, लोग बाहर से आमों को चख रहे हैं। । ।



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